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आपके विचार ही औषधि है।

आपके विचार जितने ऊंचे होंगे , जीवन उतना ही उत्कृष्ट होगा क्योंकि हमारा व्यक्तित्व हमारी सोच पर ही निर्भर करता है !

आपके जीवन को दिशा देने के लिए महान विचारों की बहुत आवश्यकता है, अधिकांश लोग अपना जीवन ऐसे व्यतीत करते हैं कि पता ही नही चलता कि कब जीवन शुरू हुआ और कब विदाई की वेला आ गयी !

हमारा समय इतना कीमती है इसमें रंग भरने के लिए आध्यात्मिक विचारों से जुड़िये, अपने महान पुरुषों के जीवन से जुड़िये और स्वयम को भी उसी रंग में ढालने का प्रयास करें !

यदि आपकी संगति अच्छी नही है तो निश्चित ही आपको गलत, दूषित विचारधारा से जोड़कर आपको गढ्ढे में ले जाएगी,  किसी का संग जैसा होगा वैसा ही रंग उस पर चढ़ेगा अवश्य !

कहते हैं कि काजल की कोठरी में कितनो भी सयानो जाय– एक रेख काजल की तो लागे ही लागे, अर्थ यही की यदि कुसंगति में बैठोगे तो कालिख लगेगी ही लगेगी, इसलिए बचिए !

आवश्यक है कि धर्म का मार्ग पकड़ें, आध्यात्म का मार्ग पकड़ें और सरल, सहज जीवन जीने की कला सीखें, जितना व्यक्ति सरल होगा उतना ही भगवान का प्रियपात्र बनेगा और समाज का भी !

ऊंचे विचार पाने के लिए महान पुरुषों की संगति कीजिये, उनसे वह गूढ़ विद्या सीखो जो आपके जीवन को उच्च दिशा प्रदान कर सकें,  इस दुनिया से जाना भी हो तो आपकी खुशबू संसार मे बाकी रह जाए !

सभी के लिए मंगल कामना कि अपने विचारों की अमीरी बढाइये धन की अमीरी तो यही छूट जाएगी जब प्राण निकलेंगे परंतु विचारों की अमीरी इसलोक मे भी सुख देगी और उसलोक मे भी !

आपने विचारो को शक्तिशाली बनाओ ,परम सत्ता के साथ उन विचारो को जोड़कर संपन्नता को आकर्षित करो ।आपके विचार ही आपका प्रतिबिंब है, इसे एक सूत्र में पिरोए रखना यही आपकी पूंजी है। आपके विचारो पर आपका भविष्य निर्भर है ,जैसा आप चाहते है वैसे आप बनोगे।आपका हर पल का एक एक विचार आपको आत्म निर्भर, आत्म सम्मान, प्रचुरता की ओर लेके जाता है।जो चाहिए वही सोचना ,जो नहीं चाहिए वो कभी मत सोचना।आपके विचार ही आपके लिए मंत्र की तरह काम करते है, इसी लिए विचार ही औषधि रूप में आपका जीवन भर साथ निभाते है।विचारो के द्वारा स्वस्थता को आकर्षित करो स्वस्थ विचार स्वस्थ शरीर ,स्वस्थ शरीर से स्वस्थ समाज निर्मिति कर देश को संपन्न बनाने की ओर एक छोटा सा कदम हमारी देशभक्ति को प्रदर्शित करेगा।

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